फूलों को जब छुआ, काँटे थे साथ पाए,
कि उनकी जिन्दगी में, गम थे बहुत से आए...
जो दिल से उनको चाहे, और चाहता रहे...
कि उनकी जिन्दगी में, गम थे बहुत से आए...
August 1' 2012
वो गम को जिन्दगी भर बताते नहीं कभी,
कि साथ जिनके हमसफ़र, होते नहीं कभी...
August 2' 2012
उस हमसफ़र को अक्सर, वो ढूंढ्ते रहे,जो दिल से उनको चाहे, और चाहता रहे...
August 3' 2012
ढुंढा किए क्यूँ अकसर, उस हमसफ़र को तुम,
कि सामने तुम्हारे, हम दिल लिये खडे...
August 5' 2012
Tribute to मीना कुमारी
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Chetan Jaura |
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