किस मोड पे ले आई
है जिन्दगी,
रिश्ता तुझसे भी है
तन्हाई से भी,
है अभी उलझन सी कुछ
रिश्तों के तागों में,
है अभी उलझी सी कुछ
खामोश रातें भी,
टुटना,
फिर टुटकर है यूं बिखर जाना
आदत में हूं तेरी
बना मैं आईना भी.................…
#050720130705
है जिन्दगी,
रिश्ता तुझसे भी है
तन्हाई से भी,
है अभी उलझन सी कुछ
रिश्तों के तागों में,
है अभी उलझी सी कुछ
खामोश रातें भी,
टुटना,
फिर टुटकर है यूं बिखर जाना
आदत में हूं तेरी
बना मैं आईना भी.................…
#050720130705

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